KAUSHIK & SUBHA DUTTA

KAUSHIK & SUBHA DUTTA

(Development officer & Government Service, Kolkata)


मैं, पश्चिम बंगाल के एक छोटे से गाँव पांसकुड़ा, में पैदा हुआ, जो कोलकाता में ८०कि.मी.दर है। मेरे पिता, एक रिटायर्ड कॉलेज टीचर हैं, और मेरी माँ गृहणी हैं। मैं एंश्रोपोलॉजी से स्नातक करने के लिए कलकत्ता आया और वहां, मैं अपनी क्लासमेट शुभा से मिला। मुभा, कलकतता में पैदा हुई और उनके पिता एक इंजीनियर और व्यवसायी थे। उनकी माँ - सुभा, को करने से इस व्यवसा तेजी से बढ़ गए। फिर दौरान कई और आखि भी गृहणी थीं। उनके दो छोटे भाई और एक बहन थी। यूनिवर्सिटी ऑफ़ कलकत्ता के बी. एम. महसूस हो मी. और एम. एस. सी. के एग्जाम में, वे प्रथम रहीं। हम दोस्त बन गए और गांधोपोलॉजी में स्नातक के बाद, शादी करने का फैसला ले मुझे एक प्रख्यात न.जी.ओ. में नौकरी मिल गयी। मुभा का, पश्चिन बंगाल सिविल सर्विस में, एक सरकारी नौकरी के लिए चयन हो गया। हम दश थे, और अपने गृहस्त जीवन का आनंद ले रहे थे।

हमारे बहुत से सपने थे, लेकिन हमें अपनी नौकरी से उन्हें पूरा करने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। हमारी परिस्थिति को बदलने के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आया, और हमने एक साधारण जीवन जीने के लिए, खुद को तैयार कर लिया। मैने बेहतर भविष्य के लिए १९९६ में अपनी नौकरी बदल ली, पर उससे भी कुछ नहीं हुआ । फिर, मई १९९९ में, मेरे एक सहकर्मी और उसके पति ने हमे डायरेक्ट मैलिंग विज़नेम / व्यवसाय में परिचित करवाया । आरम्भ में, मैंने इसमें बहुत अधिक सच्ची नहीं ली, लेकिन सुभा इसे लेकर बहुत उत्साहित थीं, और हमने ये व्यवमाय शुरू कर दिया लेकिन ही दिनों में, उनके एक सहकर्मी द्वारा, ये समझाने पर कि, इस व्यवसाय में संभावना नहीं है, उनका उत्साह खत्म हो गया। उस समय, मैंने इस व्यवसाय को बढ़ाने का निर्णय लिया । यह साबित करना कि, हमारा निर्णय सही था, मेरे लिए एक चुनोती थी।

सुभा, डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस की गुणवत्ता से उत्साहित थीं। उन्होंने मुझे इस व्यवसाय को करने से कभी नहीं रोका। ८ महीने बाद, मेरे सकारात्मक बदलाव और प्रतिवद्धता ने उन्हें इस व्यवसाय में, मेरे साथ जुड़ने के लिए प्रेरित कर दिया। परिणाम स्वरुप हमारा व्यवसाय तेजी से बढ़ने लगा, और हम जुलाई १९९९ में सिल्वर और दिसम्बर १९९९ में प्लैटिनम बन गए। फिर २००१ में हम एमरल्ड लेवल पर पहुँच गए। हमने अपनी सफलता की यात्रा के दौरान कई चुनौतियों और उतार-चढ़ावों का सामना किया, लेकिन कभी हार नहीं मानी और आखिरकार, अगस्त २०११ में, हमने डायमंड लेवल हासिल कर लिया। अब हमें महसूस हो रहा है कि, ये अंत नहीं, ये तो शुरुआत है।

डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस / व्यवसाय के बाद जीवन बहुत अलग है, ये पहचान, खुशी, सकारात्मकता, संतुष्टि और दिमागी शांति से भरा हुआ है। अब हम अपनी नौकरी से मुक्त हैं, और स्वतंत्र हैं। हम लगातार अपने सपनों को, एक-एक करके पूरा कर रहे हैं। हमें घूमने का शीक है, और हमने कई देशो की यात्रायें की, क्योंकि पिछले १२ वर्षों में, हम, सभी ए.एस.एल. ट्रिप के लिए योग्य थे। भौतिक सफलता के अलावा हम, दूसरों की, इस व्यवसाय में सफल बनने में मदद करके संतुष्ट हैं, जो अमूल्य है।

हम, अपने स्पांसर के कृतज्ञ है, हमें, ये शानदार व्यावसायिक अवसर देने के लिए, और साथ ही, हमारा जीवन बदलने के लिए लगातार अपना सहयोग देने के लिए, हम अपने ऑनलाइन के भी शुक्रगुजार हैं। इस सब से बढ़कर हम, BWW सिस्टम के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करना चाहते है, जिसने हम जैसे साधारण लोगों का जीवन पूरी तरह से बदल दिया है। हम, पूरी जिंदगी इस व्यावसायिक अवसर के माध्यम से लाखों जिंदगियां बदलने का वादा करते हैं।


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Kaushik & Subha both are Post Graduates in Anthropology. Kaushik started his career as a Social Development professional and Subha joined the government service. When they were introduced to the Direct Selling business opportunity by one of Kaushik\'s colleague, they were excited. They joined the business in May 1998, worked smart and today they are accomplishing their dreams through this business. They are building this business on the foundation of love, faith and honesty with the help of their upline and the Britt Worldwide education system. Through this business we can touch the hearts of millions of people and can help them fulfill their dreams. We are actually working for social development. Not only that we are on the path of making history to change the economic scenario of our country, says Kaushik.

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