TIRTHANKAR & SUPARNA DUTTA
TIRTHANKAR & SUPARNA DUTTA (Researcher & System Analyst, Kolkata, West Bengal
जो दरवाजा, आप रोज खोलते और बंद करते हैं, वही निर्धारित करता है कि, आपका भविष्य क्या होगा। तीर्थाकर एवं सुपर्णा, भगवान को धन्यवाद देते हैं, जिगने उन्हें इस अविश्वसनीय व्यवसाय की क्षमताओं को समझने की बुद्धि दी। वे कलकत्ताने हैं, और अब यूएस में रह रहे हैं।
दोनों ही इंजीनियरिंग स्नातक हैं, और उच्च शिक्षा के लिए युएस जाने से पहले, वे दोनों एक बड़ी अंतराष्ट्रीय कंपनी के साथ काम कर रहे थे। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वे, एक बड़े यूएस ऑपरेशन में काम करने लगे। शुरू में उन्हें लगा कि, उच्च शिक्षा और अच्छी नौकरी सफलता की निशानी है। उन्हें नहीं पता था कि कुछ वर्षों में वे ऐसे लोगों में शामिल हो जायेंगे, जो किसी और के सपनों को पूरा करने के लिए, ९-५ की थका देने वाली नौकरी कर रहे हैं, जहाँ सीमित आमदनी और परिवार के लिए समय का अभाव होता है।
जल्द ही वे, तनाव, आर्थिक असुरक्षा और समय के अभाव के बीच फॅस कर रह गए । सुपर्णा याद करते हुए कहती हैं कि, "हम ७-८ बजे घर आते और खाना खाते और टी. वी. देखकर अगले दिन के लिए सो जाते । हम हफ्ते के खत्म होने का इंतज़ार करते थे। समय न होने की बजह से, हम कही भी नहीं जा पाते थे। यद्यपि दो आमदनी एक से बेहतर होती है, लेकिन हम कॉर्पोरेट वर्ल्ड के तनाव से परेशान थे हमारे पास जीवन तो था, पर जीवन शैली नहीं।
टी.वी. देखना, दोस्तों के घर जाना, क्रिकेट देखना, चीनी और मुगलई डिशेस खाना और कम कीमतों वाले सामन की शॉपिंग करना, हमारे मनोरंजन के साधन थे।
इस व्यवसाय ने एक नयी दुनिया के दरवाजे खोल दिए । मई १९९४ में उन्होंने Bww सिस्टम की मदद से, इस व्यवसाय को बढ़ाना शुरू किया। आज यूएस और अन्य जगहों पर उनका व्यवसाय फैल गया है। उनके व्यवसाय से आने वाली अतिरिक्त आमदनी से उन्होंने, अपने कई सपने पूरे किये । वे साथ काम करने का आनंद लेते हैं, और इस अवसर को इंडिया और उसके बाहर लोगों से साझा करने से उत्साहित हैं।
इस व्यवसाय के माध्यम से, वे दोनों ही अब आर्थिक रूप से स्वतंत्र हैं। वे अपने व्यवसाय और मनोरंजन के लिए दुनिया भर में घूमते हैं। हर वर्ष, डायरेक्ट सैलिंग बिज़नेस उन्हें शानदार बीच और रिसॉर्ट्स पर भेजता है। जिन सपनों के लिए उन्होंने ये व्यवसाय शुरू किया था, उनमें से कई अब पूरे हो चुके हैं।
सुपर्णा कहती हैं कि, " इस व्यवसाय से न केवल हमें भौतिक प्रतिफल मिले हैं, बल्कि हम एक बेहतर इंसान बन पाए हैं"। उन्होंने दुनिया भर में हजारों डिस्ट्रीब्यूटर्स की, एक बेहतर जीवन पाने में मदद की है। वे अपने माता पिता, जो इस व्यवसाय में ही लीडर हैं, को लेकर भी बहुत उत्साहित हैं। तीर्थंकर कहते हैं कि, "मैं ऐसी जिंदगी नहीं चाहता था, जिसमे मैं ऑडियंस की तरह दूसरों के लिए तालियां बजाऊं"। इस व्यवसाय ने उन्हें, दुनिया भर में हजारों लोगों का आदर्श बनने का अवसर दिया है।
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